भारतीय उपराष्ट्रपति: चुनाव प्रक्रिया व अनुच्छेद 63–68

उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति अनुच्छेद 63 भारतीय संविधान में एक संक्षिप्त लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण प्रावधान है, जो उपराष्ट्रपति के पद की स्थापना करता है। यह अनुच्छेद भारत में उपराष्ट्रपति के संवैधानिक अस्तित्व की पुष्टि करता है, भले ही इसमें कार्य, अधिकार, निर्वाचन प्रक्रिया या योग्यता का विस्तार से वर्णन नहीं किया गया है। प्रमुख बिंदु: महत्व:उपराष्ट्रपति का पद … Read more

मूल संरचना सिद्धांत: भारतीय संविधान में मौलिक अधिकारों की रक्षा का आधार – UPSC विश्लेषण

मूल संरचना सिद्धांत – भारतीय संविधान

भारत का संविधान केवल क़ानूनी प्रावधानों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह एक जीवंत दस्तावेज़ है जो नागरिकों को उनके मौलिक अधिकारों के साथ-साथ सत्ता के संतुलन की गारंटी भी देता है। परंतु जब संसद की संशोधन शक्ति और नागरिकों के अधिकार आमने-सामने आए, तो न्यायपालिका को हस्तक्षेप करना पड़ा — और वहीं से जन्म … Read more

आपातकाल 1975: जबरन नसबंदी, संजय गांधी की नीति और लोकतंत्र पर असर

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स्वतंत्रता के बाद भारत ने जहां एक ओर लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना का प्रयास किया, वहीं 1975–77 के आपातकाल ने इन मूल्यों की गंभीर परीक्षा ली। इस अवधि को भारतीय इतिहास का एक ऐसा अध्याय माना जाता है, जिसमें राज्य शक्ति का केंद्रीकरण, नागरिक स्वतंत्रताओं का हनन, और सरकारी नीतियों का जबरन क्रियान्वयन प्रमुखता से … Read more