आपातकाल 1975: जबरन नसबंदी, संजय गांधी की नीति और लोकतंत्र पर असर
स्वतंत्रता के बाद भारत ने जहां एक ओर लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना का प्रयास किया, वहीं 1975–77 के आपातकाल ने इन मूल्यों की गंभीर परीक्षा ली। इस अवधि को भारतीय इतिहास का एक ऐसा अध्याय माना जाता है, जिसमें राज्य शक्ति का केंद्रीकरण, नागरिक स्वतंत्रताओं का हनन, और सरकारी नीतियों का जबरन क्रियान्वयन प्रमुखता से … Read more