इमाइल दुर्खीम (Emile Durkheim) MCQs
यदि आप UGC NET, JRF, या UPSC Sociology जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, तो यह संग्रह आपके लिए बेहद उपयोगी है। यहाँ आपको मिलेंगे 100+ महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQs), जो सीधे इमाइल दुर्खीम के समाजशास्त्रीय विचारों और सिद्धांतों से जुड़े हुए हैं।
MCQs को दुर्खीम के प्रमुख सिद्धांतों और विचारों पर आधारित विषयों के अनुसार तैयार किया गया है, जैसे:
- Division of Labour (श्रम विभाजन)
- Social Solidarity (सामाजिक एकजुटता)
- Suicide Theory (आत्महत्या का सिद्धांत)
- Religion and Society (धर्म और समाज का संबंध)
- Law and Punishment (क़ानून और दंड का स्वरूप)
- Sociological Methodology (दुर्घीम की समाजशास्त्रीय पद्धति)
- Collective Conscience (सामूहिक चेतना)
प्रत्येक प्रश्न के साथ सही उत्तर और संक्षिप्त व्याख्या भी दी गई है, ताकि आप अवधारणाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें।
आइए दुर्खीम के विचारों को प्रश्नोत्तरी के माध्यम से मज़बूत करें और अपनी परीक्षा तैयारी को एक नई दिशा दें!
प्रश्न 1. इमाइल दुर्खीम ने समाजशास्त्र की उपयोगिता को किसके आधार पर मापा?
A) धार्मिक मान्यताओं के आधार पर
B) सामाजिक एकता के आधार पर
C) समाज के लिये उसकी व्यावहारिक उपयोगिता के आधार पर
D) सांस्कृतिक विविधता के आधार पर
उत्तर: C) समाज के लिये उसकी व्यावहारिक उपयोगिता के आधार पर
व्याख्या:
दुर्खीम का मानना था कि यदि समाजशास्त्र समाज की व्यावहारिक समस्याओं का समाधान नहीं कर सकता, तो उसका कोई औचित्य नहीं है। इसलिए उन्होंने इसकी प्रासंगिकता को सामाजिक उपयोगिता से जोड़ा।
प्रश्न 2. रोबर्ट मर्टन ने अपने पूर्ववर्ती समाजशास्त्रियों के अध्ययन के संबंध में किसका उद्धरण प्रस्तुत किया?
A) कार्ल मार्क्स
B) मैक्स वेबर
C) अल्फ्रेड नॉर्थ वाइटहेड
D) अगस्ट कॉम्टे
उत्तर: C) अल्फ्रेड नॉर्थ वाइटहेड
व्याख्या:
मर्टन ने यह संदेश देने के लिए वाइटहेड का उद्धरण लिया कि हमें संस्थापकों की रचनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि विज्ञान की निरंतरता उनके योगदान से ही संभव होती है।
प्रश्न 3. “जो विज्ञान अपने संस्थापकों को भुला देता है, वह समाप्त हो जाता है” — यह कथन किसका है?
A) नेल्स एबेल
B) अल्फ्रेड नॉर्थ वाइटहेड
C) मैक्स वेबर
D) पेरेटो
उत्तर: B) अल्फ्रेड नॉर्थ वाइटहेड
व्याख्या:
यह कथन वाइटहेड द्वारा दिया गया था, जो यह बताता है कि वैज्ञानिक परंपराएं अपने मूल सिद्धांतों और सिद्धांतकारों की स्मृति पर आधारित होती हैं।
प्रश्न 4. “यदि कोई गणितशास्त्र में विकास करना चाहता है, तो उसे अपने शास्त्र के गुरुओं का अध्ययन करना चाहिए” — यह कथन किसका है?
A) विलियम ओगबर्न
B) नेल्स एबेल
C) थॉमस कुहन
D) ए.आर. रैडक्लिफ ब्राउन
उत्तर: B) नेल्स एबेल
व्याख्या:
एबेल का यह कथन दर्शाता है कि किसी भी ज्ञान की प्रगति के लिए जड़ों (संस्थापक विचारकों) की ओर लौटना आवश्यक है।
प्रश्न 5. दुर्खीम का प्रमुख उद्देश्य क्या था?
A) समाज के धार्मिक मूल्यों का विरोध
B) समाज में सामाजिक परिवर्तन को रोकना
C) सामाजिक एकता को बनाये रखने के उपाय खोजना
D) समाजवाद की स्थापना करना
उत्तर: C) सामाजिक एकता को बनाये रखने के उपाय खोजना
व्याख्या:
दुर्खीम का कार्य समाज को एक साथ जोड़ने वाली शक्तियों की पहचान करना था। उन्होंने अनीमिक और सामाजिक विघटन की समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास किया।
प्रश्न 6: दुर्खीम ने आत्महत्या को किस रूप में अध्ययन किया?
A) सामाजिक तथ्य
B) मनोवैज्ञानिक प्रवृत्ति
C) धार्मिक अनुष्ठान
D) व्यक्तिगत निर्णय
उत्तर: A) सामाजिक तथ्य
व्याख्या: दुर्खीम ने आत्महत्या को समाज में व्याप्त सामाजिक शक्तियों के प्रभाव से उत्पन्न सामाजिक तथ्य माना, न कि केवल व्यक्ति की मानसिक स्थिति।
प्रश्न 7: दुर्खीम के अनुसार ‘सामाजिक तथ्य’ की प्रमुख विशेषता क्या है?
A) यह व्यक्ति की इच्छाओं से उत्पन्न होता है
B) यह समाज पर बाध्यकारी होता है
C) यह प्राकृतिक नियमों पर आधारित होता है
D) यह धार्मिक परंपराओं से जुड़ा होता है
उत्तर: B) यह समाज पर बाध्यकारी होता है
व्याख्या: सामाजिक तथ्य व्यक्ति की इच्छा से स्वतंत्र होते हैं और सामाजिक व्यवहार पर नियंत्रण रखते हैं।
प्रश्न 8: सामाजिक तथ्य की अवधारणा दुर्खीम ने किस पुस्तक में प्रस्तुत की?
A) The Division of Labour
B) The Rules of Sociological Method
C) Suicide
D) The Elementary Forms of Religious Life
उत्तर: B) The Rules of Sociological Method
व्याख्या: इस पुस्तक में दुर्खीम ने सामाजिक तथ्यों के वैज्ञानिक अध्ययन के लिए नियम निर्धारित किए।
प्रश्न 9: दुर्खीम के अनुसार आत्महत्या का मुख्य कारण क्या है?
A) अवसाद
B) सामाजिक एकीकरण की कमी
C) आर्थिक असमानता
D) राजनीतिक अत्याचार
उत्तर: B) सामाजिक एकीकरण की कमी
व्याख्या: दुर्खीम ने बताया कि जब व्यक्ति समाज से अलग-थलग महसूस करता है तो आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
प्रश्न 10: दुर्खीम ने आत्महत्या के कितने प्रकार बताए हैं?
A) दो
B) तीन
C) चार
D) पाँच
उत्तर: C) चार
व्याख्या: उन्होंने आत्महत्या के चार प्रकार बताए — एनोमिक, अल्ट्रूइस्टिक, एगोइस्टिक और फेटलिस्टिक।
प्रश्न 11: दुर्खीम की दृष्टि में आधुनिक समाज की सबसे प्रमुख समस्या क्या है?
A) युद्ध
B) सामाजिक एकता में कमी
C) धर्म का पतन
D) शिक्षा की अनुपस्थिति
उत्तर: B) सामाजिक एकता में कमी
व्याख्या: आधुनिक समाज में श्रम विभाजन और व्यक्तिवाद के कारण सामाजिक एकीकरण कमजोर होता है
प्रश्न 12: दुर्खीम का कौन सा सिद्धांत श्रम विभाजन से संबंधित है?
A) यांत्रिक और जैविक एकता
B) वर्ग संघर्ष
C) धार्मिक पुनरुत्थान
D) शक्ति सिद्धांत
उत्तर: A) यांत्रिक और जैविक एकता
व्याख्या: पारंपरिक समाजों में यांत्रिक एकता और आधुनिक समाजों में जैविक एकता होती है, जो श्रम विभाजन पर आधारित है।
प्रश्न 13: दुर्खीम के अनुसार यांत्रिक एकता किस प्रकार के समाज में पाई जाती है?
A) औद्योगिक
B) पारंपरिक
C) लोकतांत्रिक
D) आधुनिक
उत्तर: B) पारंपरिक
व्याख्या: पारंपरिक समाजों में लोग एक जैसे कार्य करते हैं और सामाजिक सामंजस्य समानता पर आधारित होता है।
प्रश्न 14: दुर्खीम के अनुसार जैविक एकता किस पर आधारित होती है?
A) समानता
B) धार्मिक विश्वास
C) श्रम विभाजन
D) जातीय एकता
उत्तर: C) श्रम विभाजन
व्याख्या: आधुनिक समाजों में विभिन्न भूमिकाओं और पेशों के बीच परस्पर निर्भरता से जैविक एकता उत्पन्न होती है।
प्रश्न 15: दुर्खीम किस प्रकार के समाज में आत्महत्या दर को अधिक मानते थे?
A) पारंपरिक समाज
B) साम्यवादी समाज
C) अति व्यक्तिवादी समाज
D) कृषि समाज
उत्तर: C) अति व्यक्तिवादी समाज
व्याख्या: जब समाज में सामाजिक बंधन कम हो जाते हैं, तब व्यक्ति अकेलापन महसूस करता है और आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ती है।
प्रश्न 16: दुर्खीम के अनुसार ‘एनोमिक आत्महत्या’ की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब:
A) सामाजिक नियंत्रण अत्यधिक हो
B) सामाजिक नियंत्रण अत्यंत कम हो
C) धार्मिक मूल्यों का ह्रास हो
D) परिवारिक संबंध मजबूत हों
उत्तर: B) सामाजिक नियंत्रण अत्यंत कम हो
व्याख्या: जब सामाजिक नियम और मूल्य कमजोर हो जाते हैं (जैसे आर्थिक संकट या बदलाव के समय), तो व्यक्ति दिशाहीन हो जाता है — इसे एनोमिक स्थिति कहा जाता है।
प्रश्न 17: दुर्खीम ने आत्महत्या के अध्ययन में किस विधि का सबसे अधिक प्रयोग किया?
A) साक्षात्कार
B) प्रयोगात्मक विधि
C) तुलनात्मक विधि
D) सर्वेक्षण
उत्तर: C) तुलनात्मक विधि
व्याख्या: दुर्खीम ने विभिन्न देशों के आंकड़ों की तुलना कर आत्महत्या के सामाजिक कारणों को उजागर किया।
प्रश्न 18: दुर्खीम के अनुसार ‘अल्ट्रूइस्टिक आत्महत्या’ किस परिस्थिति में होती है?
A) जब व्यक्ति अत्यंत अकेला हो
B) जब व्यक्ति अत्यधिक सामाजिक रूप से जुड़ा हो
C) जब व्यक्ति आर्थिक संकट में हो
D) जब व्यक्ति धार्मिक न हो
उत्तर: B) जब व्यक्ति अत्यधिक सामाजिक रूप से जुड़ा हो
व्याख्या: यह आत्महत्या तब होती है जब व्यक्ति समाज के लिए अपनी जान देने को तैयार होता है, जैसे सैनिक या धार्मिक आत्मबलिदान।
प्रश्न 19: ‘फेटलिस्टिक आत्महत्या’ की अवधारणा दुर्खीम ने किस प्रकार के समाजों से जोड़ी?
A) जहाँ स्वतंत्रता अधिक हो
B) जहाँ कोई नियम न हो
C) जहाँ अत्यधिक सामाजिक नियंत्रण हो
D) आधुनिक लोकतांत्रिक समाजों में
उत्तर: C) जहाँ अत्यधिक सामाजिक नियंत्रण हो
व्याख्या: जब व्यक्ति को अत्यधिक नियंत्रण और दमन का अनुभव होता है, जैसे जेल में बंद कैदी, तब यह आत्महत्या होती है।
प्रश्न 20: दुर्खीम के अनुसार सामाजिक तथ्य का अध्ययन किस प्रकार किया जाना चाहिए?
A) व्यक्तिवादी दृष्टिकोण से
B) वैज्ञानिक और वस्तुनिष्ठ तरीके से
C) भावनात्मक दृष्टिकोण से
D) धार्मिक दृष्टिकोण से
उत्तर: B) वैज्ञानिक और वस्तुनिष्ठ तरीके से
व्याख्या: दुर्खीम चाहते थे कि समाजशास्त्र, प्राकृतिक विज्ञानों की तरह, ठोस और वस्तुपरक पद्धतियों पर आधारित हो।
प्रश्न 21: दुर्खीम के अनुसार, श्रम विभाजन का सकारात्मक पहलू क्या है?
A) सामाजिक संघर्ष की वृद्धि
B) धार्मिक आस्था में कमी
C) सामाजिक एकता में वृद्धि
D) नैतिकता का ह्रास
उत्तर: C) सामाजिक एकता में वृद्धि
व्याख्या: श्रम विभाजन विभिन्न वर्गों में परस्पर निर्भरता को बढ़ाता है, जिससे समाज में जैविक एकता आती है।
प्रश्न 22: दुर्खीम ने समाज को किस रूप में देखा?
A) केवल व्यक्तियों का समूह
B) ईश्वर द्वारा निर्मित संरचना
C) बाह्य और बाध्यकारी शक्ति
D) जीवविज्ञान आधारित संरचना
उत्तर: C) बाह्य और बाध्यकारी शक्ति
व्याख्या: दुर्खीम का मानना था कि समाज व्यक्ति के बाहर होता है और उस पर सामाजिक नियमों द्वारा नियंत्रण रखता है।
प्रश्न 23: दुर्खीम के अनुसार नैतिक शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य क्या होना चाहिए?
A) व्यक्ति को धार्मिक बनाना
B) व्यक्ति को समाज से काटना
C) सामाजिक एकता स्थापित करना
D) स्वतंत्र सोच को बढ़ाना
उत्तर: C) सामाजिक एकता स्थापित करना
व्याख्या: दुर्खीम शिक्षा को सामाजिककरण की प्रक्रिया मानते थे, जो समाज के साथ एकता स्थापित करती है।
प्रश्न 24: ‘The Elementary Forms of Religious Life’ में दुर्खीम ने धर्म को कैसे परिभाषित किया?
A) ईश्वर की आराधना के रूप में
B) समाज की कल्पना के रूप में
C) पवित्र और अपवित्र के विभाजन के रूप में
D) नैतिक प्रणाली के रूप में
उत्तर: C) पवित्र और अपवित्र के विभाजन के रूप में
व्याख्या: उन्होंने धर्म को सामाजिक संस्थान बताया, जो पवित्र और अपवित्र के बीच भेदभाव से निर्मित होता है।
प्रश्न 25: दुर्खीम के अनुसार धर्म की उत्पत्ति कहाँ से हुई है?
A) व्यक्ति की आध्यात्मिक भावना से
B) जादू और टोने से
C) सामाजिक सामूहिक चेतना से
D) प्राकृतिक घटनाओं से
उत्तर: C) सामाजिक सामूहिक चेतना से
व्याख्या: दुर्खीम का मानना था कि धर्म समाज की सामूहिक चेतना की उपज है, न कि ईश्वर की खोज।
प्रश्न 26: दुर्खीम ने “The Division of Labour in Society” पुस्तक में किन दो प्रकार की सामाजिक एकता की चर्चा की है?
A) सामान्य और विशेष
B) यांत्रिक और जैविक
C) नैतिक और अमूर्त
D) आदर्श और व्यावहारिक
उत्तर: B) यांत्रिक और जैविक
व्याख्या: यांत्रिक एकता पारंपरिक समाज में समानता पर आधारित होती है, जबकि जैविक एकता आधुनिक समाज में कार्य विभाजन पर आधारित होती है।
प्रश्न 27: दुर्खीम के अनुसार, ‘सामाजिक एकता’ के क्षरण का कारण क्या होता है?
A) धार्मिक कट्टरता
B) श्रम विभाजन का अभाव
C) एनोमी या नियमहीनता
D) तकनीकी विकास
उत्तर: C) एनोमी या नियमहीनता
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि जब सामाजिक मानदंड कमजोर हो जाते हैं, तो सामाजिक एकता में गिरावट आती है।
प्रश्न 28: दुर्खीम की आत्महत्या विषयक थ्योरी किस वर्ष प्रकाशित हुई थी?
A) 1890
B) 1895
C) 1897
D) 1901
उत्तर: C) 1897
व्याख्या: उनकी पुस्तक “Suicide” 1897 में प्रकाशित हुई, जिसमें आत्महत्या को सामाजिक परिप्रेक्ष्य से समझाया गया।
प्रश्न 29: Emile Durkheim को निम्न में से किस विचारधारा से जोड़ा जाता है?
A) टकराववाद
B) कार्यात्मकतावाद (Functionalism)
C) उत्तर-आधुनिकता
D) स्त्रीवाद
उत्तर: B) कार्यात्मकतावाद
व्याख्या: दुर्खीम को समाज के अंगों के कार्यों को समझाने वाला पहला प्रमुख कार्यात्मक समाजशास्त्री माना जाता है।
प्रश्न 30: दुर्खीम के अनुसार, समाज में अपराध का होना क्या दर्शाता है?
A) सामाजिक विघटन
B) अनैतिकता
C) सामाजिक स्वास्थ्य का संकेत
D) धार्मिक अस्थिरता
उत्तर: C) सामाजिक स्वास्थ्य का संकेत
व्याख्या: दुर्खीम ने अपराध को सामान्य और आवश्यक माना जो समाज के नैतिक मानदंडों को पुनः परिभाषित करता है।
प्रश्न 31: दुर्खीम ने किस समाज को ‘सामूहिक चेतना’ (collective conscience) में अत्यधिक विश्वास रखने वाला बताया?
A) आधुनिक समाज
B) औद्योगिक समाज
C) पारंपरिक समाज
D) प्रौद्योगिक समाज
उत्तर: C) पारंपरिक समाज
व्याख्या: पारंपरिक समाजों में समानता और सामूहिक विश्वास मजबूत होते हैं।
प्रश्न 32: दुर्खीम के अनुसार ‘सामूहिक चेतना’ का क्या कार्य होता है?
A) धार्मिक स्वतंत्रता को बढ़ावा देना
B) व्यक्ति को स्वतंत्र बनाना
C) समाज में नैतिक एकता बनाए रखना
D) आर्थिक समता को बढ़ाना
उत्तर: C) समाज में नैतिक एकता बनाए रखना
व्याख्या: सामूहिक चेतना समाज के मूल्यों और विश्वासों को साझा करने में मदद करती है।
प्रश्न 33: Emile Durkheim के अनुसार, समाजशास्त्र का उद्देश्य क्या है?
A) राजनीतिक सत्ता का विश्लेषण
B) सामाजिक तथ्य का वैज्ञानिक अध्ययन
C) व्यक्तित्व विकास
D) सामाजिक गतिविधियों का वर्णन
उत्तर: B) सामाजिक तथ्य का वैज्ञानिक अध्ययन
व्याख्या: दुर्खीम ने समाजशास्त्र को एक वैज्ञानिक अनुशासन बनाने की वकालत की थी।
प्रश्न 34: किन्हें समाजशास्त्र का स्वतंत्र विषय बनाने का श्रेय दिया जाता है?
A) Auguste Comte
B) Karl Marx
C) Emile Durkheim
D) Max Weber
उत्तर: C) Emile Durkheim
व्याख्या: दुर्खीम ने समाजशास्त्र को अकादमिक रूप से स्थापित किया, उन्होंने फ्रांस में पहला समाजशास्त्र विभाग स्थापित किया।
प्रश्न 35: Emile Durkheim का मुख्य उद्देश्य समाज को किस रूप में देखना था?
A) जटिल व्यक्तित्वों की अभिव्यक्ति
B) संघर्षरत वर्गों का संघ
C) कार्यों का समन्वित ढांचा
D) स्वतंत्र और व्यक्तिगत अस्तित्व
उत्तर: C) कार्यों का समन्वित ढांचा
व्याख्या: दुर्खीम ने समाज को एकजुट अंगों की प्रणाली माना, जहाँ प्रत्येक अंग समाज के संतुलन में योगदान करता है।
प्रश्न 36: दुर्खीम के अनुसार सामाजिक तथ्य का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण कौन सा है?
A) व्यक्तिगत विचार
B) सामाजिक मूल्य और परंपराएँ
C) धार्मिक मान्यताएँ
D) मनोवैज्ञानिक प्रक्रिया
उत्तर: B) सामाजिक मूल्य और परंपराएँ
व्याख्या: ये सामाजिक तथ्य होते हैं जो व्यक्ति पर नियंत्रण रखते हैं।
प्रश्न 37: Emile Durkheim के अनुसार धर्म की सबसे मौलिक विशेषता क्या है?
A) ईश्वर की उपासना
B) अनुष्ठान
C) पवित्र और अपवित्र का भेद
D) धार्मिक ग्रंथ
उत्तर: C) पवित्र और अपवित्र का भेद
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार धर्म इन दो अवधारणाओं के भेद पर आधारित होता है।
प्रश्न 38: दुर्खीम ने ‘टोटेमिज्म’ को किस समाज में धर्म का आदिम रूप माना?
A) भारत के जनजातीय समाज में
B) ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों में
C) अफ्रीकी ग्रामीण समाज में
D) मिस्र के समाज में
उत्तर: B) ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों में
व्याख्या: उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई आदिवासी समाज में टोटेमिक विश्वासों को धर्म का प्रारंभिक रूप माना।
प्रश्न 39: दुर्खीम के अनुसार समाज में श्रम विभाजन किस प्रकार की एकता को जन्म देता है?
A) नैतिक
B) जैविक
C) यांत्रिक
D) धार्मिक
उत्तर: B) जैविक
व्याख्या: आधुनिक समाज में श्रम विभाजन परस्पर निर्भरता बढ़ाता है, जिससे जैविक एकता जन्म लेती है।
प्रश्न 40: Emile Durkheim ने समाजशास्त्र को किस विज्ञान की तरह विकसित करना चाहा?
A) भौतिकी
B) रसायनशास्त्र
C) जैव विज्ञान
D) प्रकृतिविज्ञान (Natural Science)
उत्तर: D) प्रकृतिविज्ञान
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि समाजशास्त्र को प्राकृतिक विज्ञानों की तरह व्यवस्थित और वस्तुनिष्ठ होना चाहिए।
प्रश्न 41: दुर्खीम के अनुसार, एनोमी (Anomie) की स्थिति कब उत्पन्न होती है?
A) धार्मिक उथल-पुथल के समय
B) जब समाज में नैतिक दिशाओं का अभाव होता है
C) जब राजनीतिक अस्थिरता हो
D) जब आर्थिक संसाधन समान रूप से वितरित न हों
उत्तर: B) जब समाज में नैतिक दिशाओं का अभाव होता है
व्याख्या: दुर्खीम ने “एनोमी” को उस स्थिति के रूप में देखा जहाँ समाज में नियम और मूल्य विघटित हो जाते हैं, जिससे व्यक्ति भ्रमित हो जाता है।
प्रश्न 42: दुर्खीम की आत्महत्या की थ्योरी में ‘एगोइस्टिक आत्महत्या’ किस कारण से होती है?
A) अत्यधिक सामाजिक नियंत्रण
B) सामाजिक एकता की कमी
C) धार्मिक विश्वास का अतिरेक
D) आर्थिक असंतुलन
उत्तर: B) सामाजिक एकता की कमी
व्याख्या: जब व्यक्ति समाज से बहुत अधिक अलग-थलग होता है और सामाजिक संबंध कमजोर होते हैं, तब एगोइस्टिक आत्महत्या होती है।
प्रश्न 43: दुर्खीम द्वारा प्रस्तावित “सामाजिक तथ्य” की परिभाषा में कौन-सा तत्व प्रमुख नहीं है?
A) बाह्य होना
B) बाध्यकारी होना
C) सांकेतिक होना
D) सामान्य होना
उत्तर: C) सांकेतिक होना
व्याख्या: दुर्खीम ने सामाजिक तथ्य को बाह्य, बाध्यकारी और सामान्य बताया, न कि सांकेतिक।
प्रश्न 44: Durkheim के अनुसार, आधुनिक समाज में व्यक्ति की स्वतन्त्रता किस पर आधारित होती है?
A) श्रम विभाजन
B) धार्मिक समानता
C) सामाजिक नियंत्रण
D) जातीय अस्मिता
उत्तर: A) श्रम विभाजन
व्याख्या: दुर्खीम मानते थे कि आधुनिक समाज में व्यक्ति स्वतंत्र होता है क्योंकि वह समाज के अन्य हिस्सों के साथ श्रम विभाजन द्वारा जुड़ा होता है।
प्रश्न 45: Emile Durkheim ने किस प्रक्रिया को “मूल्य और मानदंडों की पुनः स्थापना की प्रक्रिया” माना है?
A) सामाजिकरण
B) एनोमी
C) पुनर्व्याख्या
D) दंड या सजा
उत्तर: D) दंड या सजा
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि दंड केवल अपराधी को दंडित करने के लिए नहीं होता, बल्कि समाज के नैतिक नियमों की पुनः पुष्टि करता है।
प्रश्न 46: दुर्खीम ने सामाजिक तथ्य के अध्ययन के लिए किस विधि को उपयुक्त बताया?
A) व्यक्तिपरक विधि
B) व्याख्यात्मक विधि
C) वस्तुनिष्ठ (Objective) विधि
D) तुलनात्मक विधि
उत्तर: C) वस्तुनिष्ठ (Objective) विधि
व्याख्या: दुर्खीम ने समाजशास्त्र को वैज्ञानिक बनाने के लिए वस्तुनिष्ठ विधि को अपनाने पर जोर दिया।
प्रश्न 47: Durkheim के अनुसार, धर्म का सामाजिक कार्य क्या है?
A) आर्थिक विषमता को कम करना
B) ईश्वर की अवधारणा को बनाना
C) समाज की एकता बनाए रखना
D) जीवन के रहस्यों को सुलझाना
उत्तर: C) समाज की एकता बनाए रखना
व्याख्या: दुर्खीम ने धर्म को एक सामाजिक संस्था माना जो समाज में सामूहिक चेतना और एकता को बनाए रखने में सहायक होता है।
प्रश्न 48: ‘Le Suicide’ पुस्तक में दुर्खीम ने कितने प्रकार की आत्महत्या का उल्लेख किया है?
A) 2
B) 3
C) 4
D) 5
उत्तर: C) 4
व्याख्या: उन्होंने एगॉइस्टिक, अल्ट्रूइस्टिक, एनोमिक और फेटालिस्टिक आत्महत्या के चार प्रकार बताए।
प्रश्न 49: दुर्खीम की किस रचना में “सामूहिक चेतना” की सबसे स्पष्ट व्याख्या मिलती है?
A) Rules of Sociological Method
B) Division of Labour in Society
C) Suicide
D) The Elementary Forms of Religious Life
उत्तर: B) Division of Labour in Society
व्याख्या: इस पुस्तक में दुर्खीम ने सामूहिक चेतना और सामाजिक एकता के प्रकारों को स्पष्ट किया।
प्रश्न 50: Emile Durkheim के अनुसार, समाज किसके बिना नहीं टिक सकता?
A) वर्ग संघर्ष
B) धर्म और नैतिकता
C) पूंजीवाद
D) विज्ञान और प्रौद्योगिकी
उत्तर: B) धर्म और नैतिकता
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि समाज को टिकाए रखने के लिए नैतिक आधार और धार्मिक आस्था आवश्यक हैं क्योंकि वे सामूहिक चेतना को मजबूत करते हैं।

प्रश्न 51: Durkheim ने समाज में ‘क़ानून’ को किस प्रकार वर्गीकृत किया?
A) औपचारिक और अनौपचारिक
B) दमनात्मक और पुनर्स्थापनात्मक
C) धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष
D) नागरिक और आपराधिक
उत्तर: B) दमनात्मक और पुनर्स्थापनात्मक
व्याख्या: ‘Division of Labour’ में दुर्खीम ने बताया कि यांत्रिक एकता वाले समाज में कानून दमनात्मक होता है, जबकि जैविक एकता वाले समाज में पुनर्स्थापनात्मक।
प्रश्न 52: दुर्खीम किसे ‘objective reality’ मानते हैं?
A) ईश्वर
B) सामाजिक तथ्य
C) व्यक्ति की चेतना
D) संस्कृति
उत्तर: B) सामाजिक तथ्य
व्याख्या: दुर्खीम ने सामाजिक तथ्यों को समाज के बाह्य, बाध्यकारी और वस्तुनिष्ठ यथार्थ के रूप में देखा।
प्रश्न 53: Durkheim के अनुसार, समाज का अध्ययन कैसे किया जाना चाहिए?
A) दार्शनिक दृष्टिकोण से
B) धार्मिक दृष्टिकोण से
C) वैज्ञानिक दृष्टिकोण से
D) ऐतिहासिक दृष्टिकोण से
उत्तर: C) वैज्ञानिक दृष्टिकोण से
व्याख्या: दुर्खीम समाजशास्त्र को एक स्वतंत्र और वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापित करना चाहते थे।
प्रश्न 54: Durkheim किस प्रकार के धर्मों को समाज की उत्पत्ति से जोड़ते हैं?
A) वैदिक धर्म
B) शमनवादी धर्म
C) आदिम धर्म
D) अब्राहमिक धर्म
उत्तर: C) आदिम धर्म
व्याख्या: “The Elementary Forms of Religious Life” में दुर्खीम ने आदिम धर्मों को सामाजिक चेतना के मूल रूप के रूप में देखा।
प्रश्न 55: दुर्खीम का ‘सामाजिक तथ्य’ किस प्रकार की वस्तु माना गया है?
A) कल्पना
B) भौतिक वस्तु
C) मानसिक निर्माण
D) वस्तु के रूप में वस्तु (thing-like object)
उत्तर: D) वस्तु के रूप में वस्तु
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि समाजशास्त्री को सामाजिक तथ्यों का अध्ययन उसी तरह करना चाहिए जैसे वैज्ञानिक वस्तुओं का करता है।
प्रश्न 56: Durkheim का “अनुशासन” का विचार किसकी आलोचना करता है?
A) मार्क्सवाद
B) मनोविश्लेषण
C) व्यक्तिवादी समाजशास्त्र
D) पारंपरिक धर्म
उत्तर: C) व्यक्तिवादी समाजशास्त्र
व्याख्या: दुर्खीम सामूहिक चेतना और सामाजिक संरचना पर बल देते हैं, जबकि व्यक्तिवादी दृष्टिकोण व्यक्ति के अनुभव पर।
प्रश्न 57: दुर्खीम ने ‘समूह मनोविज्ञान’ की किस प्रवृत्ति की आलोचना की थी?
A) धार्मिक विश्वास
B) भीड़ का व्यवहार
C) आत्मज्ञान
D) सामूहिक चेतना को जैविक मन से जोड़ना
उत्तर: D) सामूहिक चेतना को जैविक मन से जोड़ना
व्याख्या: दुर्खीम ने सामूहिक चेतना को जैविक नहीं बल्कि सामाजिक वस्तु माना।
प्रश्न 58: Durkheim की नजर में ‘धर्म’ किसका प्रतिनिधित्व करता है?
A) ईश्वर
B) समाज
C) चेतना
D) परंपरा
उत्तर: B) समाज
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार, धर्म वास्तव में समाज की सामूहिक चेतना का प्रतिबिंब है।
प्रश्न 59: दुर्खीम के अनुसार, ‘पवित्र और अपवित्र’ का विभाजन किसके लिए आवश्यक है?
A) धार्मिक व्यवस्था के लिए
B) सामाजिक नियंत्रण के लिए
C) सामाजिक संघर्ष के लिए
D) नैतिक शिक्षा के लिए
उत्तर: A) धार्मिक व्यवस्था के लिए
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि पवित्र और अपवित्र का विभाजन धर्म की आधारभूत संरचना है।
प्रश्न 60: Durkheim ने किस आधार पर समाज को एकजुट माना?
A) संस्कृति
B) वर्ग
C) श्रम विभाजन
D) राज्य
उत्तर: C) श्रम विभाजन
व्याख्या: उनके अनुसार आधुनिक समाज श्रम विभाजन से एकीकृत रहता है और जैविक एकता विकसित करता है।
प्रश्न 61: दुर्खीम के अनुसार ‘सामूहिक चेतना’ (Collective Conscience) किस समाज में अधिक प्रभावी होती है?
A) औद्योगिक समाज
B) आधुनिक समाज
C) यांत्रिक एकता वाले समाज
D) जैविक एकता वाले समाज
उत्तर: C) यांत्रिक एकता वाले समाज
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार पारंपरिक समाजों में लोग एक जैसे होते हैं और सामूहिक चेतना अत्यधिक प्रभावी होती है।
प्रश्न 62: दुर्खीम ने ‘अवसाद और आत्महत्या’ को किस प्रकार के संबंध से जोड़ा?
A) आर्थिक असमानता
B) धार्मिक उन्माद
C) सामाजिक एकीकरण
D) मनोवैज्ञानिक असंतुलन
उत्तर: C) सामाजिक एकीकरण
व्याख्या: उन्होंने आत्महत्या को समाज में एकीकरण और नियंत्रण के स्तर से जोड़ा।
प्रश्न 63: कौन-सी आत्महत्या प्रकार तब होती है जब सामाजिक नियंत्रण अत्यधिक होता है?
A) आत्म-निष्ठ (Egoistic)
B) उद्देश्यहीन (Anomic)
C) परोपकारी (Altruistic)
D) विद्रोही (Rebellious)
उत्तर: C) परोपकारी (Altruistic)
व्याख्या: जब व्यक्ति समाज के लिए अपने अस्तित्व का त्याग करता है, जैसे सैन्य बलिदान आदि।
प्रश्न 64: Durkheim ने किस पुस्तक में ‘सामाजिक तथ्य’ की पद्धतिगत व्याख्या दी?
A) Suicide
B) Division of Labour
C) The Rules of Sociological Method
D) The Elementary Forms of Religious Life
उत्तर: C) The Rules of Sociological Method
व्याख्या: इस पुस्तक में दुर्खीम ने बताया कि समाजशास्त्र का अध्ययन वैज्ञानिक तरीके से कैसे होना चाहिए।
प्रश्न 65: दुर्खीम के अनुसार ‘Anomie’ की स्थिति किस समाज में उत्पन्न होती है?
A) परंपरागत समाज
B) अत्यधिक नियंत्रित समाज
C) संक्रमणशील या परिवर्तनशील समाज
D) साम्यवादी समाज
उत्तर: C) संक्रमणशील या परिवर्तनशील समाज
व्याख्या: ‘Anomie’ का अर्थ है मानदंडहीनता। यह तब होती है जब समाज में तेजी से परिवर्तन होता है लेकिन नए नियम नहीं बनते।
प्रश्न 66: दुर्खीम ने धार्मिक जीवन के प्रारंभिक रूप को किस सिद्धांत के माध्यम से व्याख्यायित किया?
A) आत्मा सिद्धांत
B) पवित्र-अपवित्र विभाजन
C) धर्म का सामाजिक आधार
D) धर्म का मनोवैज्ञानिक आधार
उत्तर: B) पवित्र-अपवित्र विभाजन
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार, धर्म की जड़ें समाज द्वारा बनाए गए पवित्र और अपवित्र वस्तुओं के वर्गीकरण में हैं।
प्रश्न 67: Durkheim के अनुसार, सामाजिक तथ्यों को समझने के लिए क्या आवश्यक है?
A) ऐतिहासिक दृष्टिकोण
B) तुलनात्मक पद्धति
C) मनोविश्लेषण
D) सांस्कृतिक अध्ययन
उत्तर: B) तुलनात्मक पद्धति
व्याख्या: दुर्खीम ने सामाजिक तथ्यों के विश्लेषण के लिए तुलनात्मक दृष्टिकोण को आवश्यक माना।
प्रश्न 68: दुर्खीम किस प्रकार की एकता को ‘Division of Labour’ का फल मानते हैं?
A) यांत्रिक एकता
B) सामाजिक एकता
C) जैविक एकता
D) आत्मीय एकता
उत्तर: C) जैविक एकता
व्याख्या: आधुनिक समाज में श्रम विभाजन विविधता लाता है और जैविक एकता उत्पन्न करता है, जो विभिन्न भूमिकाओं के बीच सहयोग से उत्पन्न होती है।
प्रश्न 69: दुर्खीम के अनुसार सामाजिक संरचनाओं का स्थायित्व किस पर आधारित होता है?
A) आर्थिक संसाधनों पर
B) तकनीकी विकास पर
C) नैतिक अनुशासन पर
D) राजनीतिक शक्ति पर
उत्तर: C) नैतिक अनुशासन पर
व्याख्या: दुर्खीम का मानना था कि समाज का नैतिक ढाँचा ही उसे बनाए रखता है और टूटने से रोकता है।
प्रश्न 70: Durkheim के अनुसार शिक्षा का मुख्य कार्य क्या है?
A) तकनीकी प्रशिक्षण देना
B) सामाजिक नियंत्रण करना
C) रोजगार दिलाना
D) धर्म सिखाना
उत्तर: B) सामाजिक नियंत्रण करना
व्याख्या: दुर्खीम ने शिक्षा को सामाजिक मानदंडों के प्रसार का माध्यम माना, जिससे अनुशासन और सामूहिक चेतना विकसित होती है।
प्रश्न 71: दुर्खीम के अनुसार “सामाजिक तथ्य” की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या है?
A) यह मापनीय होते हैं
B) यह सामाजिक नियंत्रण उत्पन्न करते हैं
C) यह व्यक्ति से बाहर होते हैं और उस पर बाध्यकारी होते हैं
D) यह केवल सांस्कृतिक होते हैं
उत्तर: C) यह व्यक्ति से बाहर होते हैं और उस पर बाध्यकारी होते हैं
व्याख्या: दुर्खीम का मानना था कि सामाजिक तथ्य व्यक्ति की इच्छा से स्वतंत्र होते हैं और उस पर सामाजिक दबाव डालते हैं।
प्रश्न 72: Durkheim ने समाजशास्त्र को किस रूप में स्थापित किया?
A) ऐतिहासिक अनुशासन
B) दार्शनिक अनुशासन
C) नैतिक विज्ञान
D) स्वतंत्र और वैज्ञानिक अनुशासन
उत्तर: D) स्वतंत्र और वैज्ञानिक अनुशासन
व्याख्या: उन्होंने समाजशास्त्र को एक अलग और वस्तुनिष्ठ विज्ञान के रूप में स्थापित किया।
प्रश्न 73: Durkheim की किस कृति में ‘सामाजिक साक्ष्य के वैज्ञानिक नियम’ वर्णित हैं?
A) Moral Education
B) The Elementary Forms of Religious Life
C) The Rules of Sociological Method
D) Suicide
उत्तर: C) The Rules of Sociological Method
व्याख्या: इसमें उन्होंने बताया कि समाजशास्त्रीय अनुसंधान वैज्ञानिक पद्धतियों द्वारा किया जाना चाहिए।
प्रश्न 74: दुर्खीम ने किसको ‘सामाजिक ठोसता’ (Social Solidity) का आधार माना है?
A) धर्म
B) कानून
C) श्रम विभाजन
D) नैतिकता
उत्तर: C) श्रम विभाजन
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार श्रम विभाजन आधुनिक समाजों में सामाजिक एकता को बनाए रखने का साधन है।
प्रश्न 75: ‘Anomic Division of Labour’ दुर्खीम के अनुसार किसका संकेत है?
A) व्यावसायिक संतुलन
B) सामाजिक संतुलन
C) नियमन की कमी
D) वर्ग संघर्ष
उत्तर: C) नियमन की कमी
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार जब श्रम विभाजन बिना पर्याप्त सामाजिक नियमों के होता है तो ‘Anomic’ स्थिति उत्पन्न होती है।
प्रश्न 76: Durkheim ने ‘सामाजिक मनोविज्ञान’ से समाजशास्त्र को किस प्रकार अलग किया?
A) परिभाषा द्वारा
B) तुलनात्मक अध्ययन द्वारा
C) सामाजिक तथ्य के सिद्धांत द्वारा
D) सांस्कृतिक अध्ययन द्वारा
उत्तर: C) सामाजिक तथ्य के सिद्धांत द्वारा
व्याख्या: उन्होंने कहा कि समाज का अध्ययन व्यक्तियों की मानसिक स्थिति के बजाय सामाजिक तथ्यों पर आधारित होना चाहिए।
प्रश्न 77: Durkheim के अनुसार धर्म की उत्पत्ति कहाँ से होती है?
A) ईश्वर की अनुभूति से
B) व्यक्तिगत भय से
C) सामाजिक जीवन से
D) प्राकृतिक आपदाओं से
उत्तर: C) सामाजिक जीवन से
व्याख्या: दुर्खीम ने धर्म को सामाजिक उत्पाद माना जो सामूहिक चेतना को प्रतिबिंबित करता है।
प्रश्न 78: Durkheim के अनुसार धर्म में ‘Totem’ का क्या स्थान है?
A) पवित्र पशु
B) सामाजिक व्यवस्था
C) ईश्वर का अवतार
D) समूह की सामूहिक पहचान
उत्तर: D) समूह की सामूहिक पहचान
व्याख्या: दुर्खीम ने ‘Totem’ को समूह की सामूहिक चेतना का प्रतीक माना है।
प्रश्न 79: ‘Egoistic Suicide’ का मुख्य कारण क्या होता है?
A) समाज में अधिक नियंत्रण
B) समाज से अत्यधिक जुड़ाव
C) समाज से अलगाव और एकीकरण की कमी
D) आर्थिक संकट
उत्तर: C) समाज से अलगाव और एकीकरण की कमी
व्याख्या: जब व्यक्ति समाज से कट जाता है, तब यह आत्महत्या प्रकार प्रकट होता है।
प्रश्न 80: Durkheim के अनुसार समाजशास्त्री को सामाजिक तथ्य का अध्ययन कैसे करना चाहिए?
A) व्यक्तिगत दृष्टिकोण से
B) नैतिक मूल्यों से
C) वस्तुनिष्ठ और वैज्ञानिक तरीके से
D) सांस्कृतिक रूप से
उत्तर: C) वस्तुनिष्ठ और वैज्ञानिक तरीके से
व्याख्या: उन्होंने वैज्ञानिक विधियों का पालन करने की बात की, जिसमें शोधकर्ता को पूर्वाग्रह से मुक्त होना चाहिए।
प्रश्न 81: दुर्खीम के अनुसार, शिक्षा का मुख्य कार्य क्या है?
A) नैतिक मूल्य सिखाना
B) तकनीकी ज्ञान देना
C) सामाजिकता विकसित करना
D) आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देना
उत्तर: C) सामाजिकता विकसित करना
व्याख्या: दुर्खीम ने शिक्षा को समाजीकरण का माध्यम माना, जो व्यक्ति को सामाजिक नियमों से परिचित कराती है।
प्रश्न 82: दुर्खीम की दृष्टि में “सामूहिक चेतना” (Collective Conscience) किसका संकेत करती है?
A) व्यक्तियों के निजी विचार
B) समाज में व्याप्त साझा विश्वास और मूल्य
C) धार्मिक नियम
D) वैज्ञानिक दृष्टिकोण
उत्तर: B) समाज में व्याप्त साझा विश्वास और मूल्य
व्याख्या: सामूहिक चेतना समाज में सभी सदस्यों के साझा नैतिक व बौद्धिक विश्वासों को दर्शाती है।
प्रश्न 83: Durkheim के अनुसार “punishment” का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A) अपराधी को सुधारना
B) प्रतिशोध लेना
C) समाज में नैतिक व्यवस्था बनाए रखना
D) कानून लागू करना
उत्तर: C) समाज में नैतिक व्यवस्था बनाए रखना
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा कि दंड सामूहिक नैतिकता को पुनः स्थापित करता है, न कि केवल प्रतिशोध का माध्यम होता है।
प्रश्न 84: “Organic Solidarity” में सामाजिक एकता किस पर आधारित होती है?
A) समान कार्य
B) सांस्कृतिक एकरूपता
C) व्यावसायिक विभाजन
D) धार्मिक समरूपता
उत्तर: C) व्यावसायिक विभाजन
व्याख्या: आधुनिक समाजों में कार्यों की जटिलता से उत्पन्न परस्पर निर्भरता को दुर्खीम ने ऑर्गेनिक एकता कहा।
प्रश्न 85: Durkheim के अनुसार, आधुनिक समाजों में आत्महत्या की दर क्यों बढ़ती है?
A) आर्थिक असमानता के कारण
B) धार्मिक कट्टरता के कारण
C) सामाजिक एकीकरण की कमी के कारण
D) शैक्षिक असमानता के कारण
उत्तर: C) सामाजिक एकीकरण की कमी के कारण
व्याख्या: जब सामाजिक बंधन कमज़ोर होते हैं, तो व्यक्ति अलगाव का अनुभव करता है जिससे आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ती है।
प्रश्न 86: Durkheim के अनुसार “law” किस प्रकार की चेतना को दर्शाता है?
A) वैज्ञानिक चेतना
B) धार्मिक चेतना
C) सामूहिक चेतना
D) औद्योगिक चेतना
उत्तर: C) सामूहिक चेतना
व्याख्या: दुर्खीम ने कानून को सामूहिक नैतिकता का बाह्य रूप कहा है।
प्रश्न 87: दुर्खीम की सोच में “anomic suicide” किस कारण से होती है?
A) धार्मिक घृणा
B) सामाजिक नियंत्रण की कमी
C) नैतिक आदर्शों की अधिकता
D) सामूहिक विश्वास
उत्तर: B) सामाजिक नियंत्रण की कमी
व्याख्या: जब व्यक्ति अचानक बदलाव या अराजकता में फँस जाता है, और समाज नियम नहीं देता, तो अराजकतावादी आत्महत्या होती है।
प्रश्न 88: Durkheim ने शिक्षा को किन दो संस्थाओं के बीच की कड़ी बताया?
A) धर्म और कानून
B) परिवार और राज्य
C) समाज और व्यक्ति
D) विद्यालय और विश्वविद्यालय
उत्तर: C) समाज और व्यक्ति
व्याख्या: शिक्षा व्यक्ति को समाज के अनुरूप बनाती है।
प्रश्न 89: Durkheim के अनुसार ‘धर्म’ किसका प्रतिनिधित्व करता है?
A) आत्मा की शक्ति
B) प्राकृतिक शक्तियाँ
C) समाज की सामूहिक चेतना
D) ईश्वर की इच्छा
उत्तर: C) समाज की सामूहिक चेतना
व्याख्या: दुर्खीम ने धर्म को समाज का प्रक्षिप्त रूप माना है।
प्रश्न 90: Durkheim ने ‘नैतिकता’ को किससे जोड़कर देखा?
A) धर्म से
B) शिक्षा से
C) कानून से
D) सामाजिक संरचना से
उत्तर: B) शिक्षा से
व्याख्या: शिक्षा व्यक्ति को नैतिक आचरण की ओर ले जाती है और सामाजिक नियमों को समझाती है।
प्रश्न 91: Durkheim के अनुसार आधुनिक समाज की सबसे बड़ी चुनौती क्या है?
A) तकनीकी प्रगति
B) पारंपरिक मूल्य
C) सामाजिक विखंडन
D) धार्मिक संघर्ष
उत्तर: C) सामाजिक विखंडन
व्याख्या: दुर्खीम ने कहा था कि आधुनिक समाजों में व्यक्तिगतता के कारण सामूहिक एकता कमजोर हो सकती है।
प्रश्न 92: Durkheim के अनुसार “मूल्य और मानदंड” किसके प्रतीक हैं?
A) संस्कृति
B) परिवार
C) सामूहिक चेतना
D) धर्म
उत्तर: C) सामूहिक चेतना
व्याख्या: यह समाज में आदर्श व्यवहारों को निर्धारित करते हैं।
प्रश्न 93: Durkheim की दृष्टि में “व्यावसायिक नैतिकता” (Professional Ethics) का क्या महत्व है?
A) रोजगार की सुरक्षा
B) समाज की एकता को बनाए रखना
C) पूंजीवाद को बढ़ावा देना
D) श्रमिक आंदोलन को दबाना
उत्तर: B) समाज की एकता को बनाए रखना
व्याख्या: उन्होंने कहा कि व्यावसायिक समुदाय आधुनिक समाज में नैतिकता और एकता का आधार हो सकते हैं।
प्रश्न 94: Durkheim ने किसे ‘सामाजिक यथार्थ’ (Social Reality) माना?
A) राजनीतिक विचार
B) धार्मिक विश्वास
C) सामाजिक तथ्य
D) सांस्कृतिक प्रतीक
उत्तर: C) सामाजिक तथ्य
व्याख्या: दुर्खीम के अनुसार सामाजिक तथ्य समाज की वास्तविकता को दर्शाते हैं, जिन्हें वैज्ञानिक रूप से अध्ययन किया जा सकता है।
प्रश्न 95: Durkheim ने किसको “सामाजिक साक्ष्य” (Social Evidence) का स्रोत माना?
A) सांख्यिकीय डेटा
B) धार्मिक ग्रंथ
C) व्यक्तिगत अनुभव
D) ऐतिहासिक युद्ध
उत्तर: A) सांख्यिकीय डेटा
व्याख्या: दुर्खीम ने आत्महत्या के अध्ययन में सांख्यिकीय आंकड़ों का गहन प्रयोग किया।
प्रश्न 96: Durkheim के अनुसार समाजशास्त्री को किस चीज से बचना चाहिए?
A) वैज्ञानिक विधि से
B) व्यक्तिगत अनुभव से
C) पूर्वग्रह और नैतिक निर्णय से
D) सांस्कृतिक अध्ययन से
उत्तर: C) पूर्वग्रह और नैतिक निर्णय से
व्याख्या: शोधकर्ता को निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ होना चाहिए।
प्रश्न 97: Durkheim का कार्य किस स्कूल ऑफ थॉट से संबंधित है?
A) फंक्शनलिज्म
B) कन्फ्लिक्ट थ्योरी
C) इंटरेक्शनिज्म
D) प्रतीकात्मक दृष्टिकोण
उत्तर: A) फंक्शनलिज्म
व्याख्या: दुर्खीम कार्यात्मक दृष्टिकोण के जनक माने जाते हैं।
प्रश्न 98: Durkheim किस समाज को ‘संगठित जीवित प्राणी’ (Organism) की तरह देखते थे?
A) आदिम समाज
B) धार्मिक समाज
C) आधुनिक समाज
D) सामंती समाज
उत्तर: C) आधुनिक समाज
व्याख्या: उन्होंने आधुनिक समाज को जैविक एकता वाला जीव माना, जिसमें विभिन्न अंग अलग कार्य करते हैं।
प्रश्न 99: Durkheim का आत्महत्या अध्ययन किन प्रमुख अवधारणाओं पर आधारित था?
A) धार्मिक विश्वास और संस्कार
B) एकीकरण और विनियमन
C) वर्ग संघर्ष
D) आर्थिक असमानता
उत्तर: B) एकीकरण और विनियमन
व्याख्या: आत्महत्या के प्रकार सामाजिक एकीकरण और नियंत्रण के स्तर पर आधारित थे।
प्रश्न 100: Durkheim के अनुसार समाजशास्त्र का लक्ष्य क्या होना चाहिए?
A) आर्थिक सुधार
B) धार्मिक समानता
C) सामाजिक नियमों की व्याख्या
D) राजनीतिक चेतना का विकास
उत्तर: C) सामाजिक नियमों की व्याख्या
व्याख्या: दुर्खीम का लक्ष्य समाज में व्याप्त नियमों को समझना और उनका विश्लेषण करना था।
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